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Direct on Line Starter क्या होता है और इसके कार्य

Direct on Line Starter क्या होता है और इसके कार्य

Direct on Line Starter In Hindi ? – Induction motors को शुरू करने के लिए अलग-अलग प्रकार के starter का इस्तेमाल किया जाता है.लेकिन सभी इंडक्शन मोटर पर एक ही प्रकार का स्टार्टर नहीं लगा सकते क्योंकि किसी भी मोटर पर स्टार्ट लगाने से पहले मोटर की पावर का पता होना बहुत ही जरूरी है कि वह चलते समय कितना लोड लेगी या वह मोटर कितने Phase की है और कितने HP की मोटर है. यह सब जानकारी प्राप्त करने के बाद में ही उस मोटर के ऊपर स्टेटस लगाया जाता है क्योंकि स्टार्टर भी अलग-अलग प्रकार के होते हैं.इससे पहले हमने स्टार डेल्टा स्टार्टर के बारे में बताया था जो कि 5 HP से बड़ी इंडक्शन मोटर पर लगाया जाता है.

इस पोस्ट में हम आपको  Direct On Line starter  के बारे में बताने वाले हैं. Direct On Line स्टार्टर में  एक MCCB  या Circuit Breaker, Contactor  और protection  के लिए एक  overload relay  लगाई जाती है. मोटर में किसी भी प्रकार का  fault  आने पर overload relay अपना  आप Contactor   कि जुलाई  को बंद कर देती है. contactor  को शुरू और बंद करने के लिए स्टार्टर में  दो बटन लगाए जाते हैं. और कॉन्ट्रैक्टर  की सप्लाई को Hold  रखने के लिए auxiliary contact  का इस्तेमाल भी किया जाता है. तो नीचे आपको इसके बारे में पूरी जानकारी स्टेप बाय स्टेप बताई जाएगी.

डायरेक्ट ऑनलाइन स्टार्टर के लिए क्या क्या सामग्री चाहिए

डायरेक्ट ऑनलाइन स्टार्टर आप अपने घर पर भी बना सकते हैं और अपने घर पर लगी इंडक्शन मोटर पर भी इस का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. नीचे आपको डायरेक्ट ऑनलाइन स्टार्टर बनाने के लिए जो भी सामग्री चाहिए उसकी सूची नीचे दी गई है.

  1. MCCB / MCB
  2. Contactor
  3. Overload Relay
  4. NC Push Button
  5. NO Push button
  6. Indicator ( Not required)

डायरेक्ट ऑनलाइन स्टार्टर कनेक्शन इन हिंदी

DOL स्टार्टर की वायरिंग करना बहुत ही आसान है क्योंकि इसमें सिर्फ एक ही कॉन्टेक्टर का इस्तेमाल किया जाता है. तो इसमें आपको Power wiring के बारे में जानने की जरूरत नहीं है. सिर्फ आपको Control wiring पर थोड़ा सा ध्यान देना है और आप आसानी से इसे समझ पाएंगे. नीचे आपको इसका डायग्राम दिया गया है जिससे कि आप इसे और आसानी से समझ सकते हैं.

ऊपर आपको डायग्राम में इसके कनेक्शन दिखाए गए हैं. पहला डायग्राम आप देख सकते हैं इसमें आपको सामग्री के साथ में वायर के कनेक्शन दिखाए गए हैं जिससे कि आप आसानी से समझ सकते हैं कि आपको ऐसे इसका कनेक्शन करना है.

सबसे पहले आपको 1 Phase की वायर को NC Push button के एक टर्मिनल पर जोड़नी है . और NC Push button कि दूसरे टर्मिनल से वायरस जोड़कर आपको Overload Relay के एक टर्मिनल पर जोड़ने है. और Overload Relay के दूसरे टर्मिनल पर वायर जोड़कर आपको NO Push button के एक टर्मिनल पर वायर को जोड़ देना है.NO Push button कि दूसरे टर्मिनल पर वायर को जोड़ कर कॉन्टेक्टर के A1 टर्मिनल पर जोड़ देना है . और कॉन्टेक्टर के A2 टर्मिनल पर Neutral वायर को जोड़ देना है.

यह साधारण कनेक्शन है आप जैसे ही आप NO Push button को दबाओगे तो आपका कॉन्टेक्टर ON हो जाएगा और जैसे ही आप NO Push button को छोड़ोगे तो आपका कॉन्टेक्टर बंद हो जाएगा. कॉन्टेक्टर को ON रखने के लिए हमें इसकी Holding करवानी पड़ेगी. इसके लिए हमें कॉन्टेक्टर पर लगे Auxiliary contact (Hold ON Contact ) को इस्तेमाल करना होगा.

Auxiliary contact (Hold ON Contact ) के NO टर्मिनल से एक Wire हम NO Push Button के टर्मिनल पर लगा देंगे जो टर्मिनल Overload Relay के टर्मिनल से जुड़ा होगा. और Auxiliary contact (Hold ON Contact ) के दूसरे NO टर्मिनल से एक Wire हम कॉन्ट्रैक्टर के A1 टर्मिनल पर लगा देंगे. जैसा कि ऊपर डायग्राम में दिखाया गया है.

Working of DOL Starter In Hindi

Start (NO Push Button दबाने पर ) :- जैसे ही हम NO Push Button को दबाएंगे हमारी सप्लाई कॉन्ट्रैक्टर तक पहुंच जाएगी और कॉन्टेक्टर ऑन हो जाएगा . और कॉन्ट्रैक्टर पर लगा Auxiliary contact (Hold ON Contact ) का NO पॉइंट अब NC बन जाएगा और अब अगर हम NO Push Button को छोड़ देंगे तो भी कॉन्टेक्टर की सप्लाई कॉन्टेक्टर के Hold ON Contact से मिलती रहेगी और कॉन्ट्रैक्टर ON रहेगा. तो इस प्रकार यह पूरा स्टार्टर काम करता है.

Stop ( NC Push Button दबाने पर ) :-  NC Push Button का इस्तेमाल मोटर को या स्टार्टर को बंद करने के लिए करते हैं.जैसे ही हम NC Push Button को दबाएंगे तो पूरे सर्किट की सप्लाई बंद हो जाएगी जिससे कि कॉन्टेक्टर की Holding भी बंद हो जाएगी और कॉन्टेक्टर बंद हो जाएगा.

DOL Starter के फायदे

  • सबसे सस्ता Starter है
  • आसानी से operate और maintain किया जा सकता है
  • Control Circuitry बहुत आसान है
  • किसी भी प्रकार के Fault को आसानी से ठीक किया जा सकता है
  • यह स्टार्टर शुरू होते ही 100% torque देता है
  • Starter से motor तक सिर्फ एक केबल को ही लेकर जाना पड़ता है
  • स्टार्टर के लिए motor terminals को डेल्टा कनेक्शन के रूप में जोड़ा जाता है.

DOL Starter के नुकसान

  • DOL Starter में स्टार्टिंग करंट को कम नहीं किया जा सकता .
  • DOL Starter में Starting Current 6 से 8 गुना ज्यादा होता है.
  • जब स्टार्टर को शुरू किया जाता है तो लाइन वोल्टेज बहुत ज्यादा कम हो जाती है. और इस लाइन से जुड़े सभी उपकरण पर इसका प्रभाव पड़ता है.
  • बिना लोड के भी DOL Starter में Starting Torque बहुत ज्यादा होता है. जहां पर ज्यादा Torque की जरूरत नहीं पड़ती वहां पर भी इसमें स्टार्टिंग Torque फुल रहता है.

इस पोस्ट में हमने आपको डायरेक्ट ऑनलाइन स्टार्टर डायरेक्ट ऑनलाइन स्टार्टर इन हिंदी direct online starter theory direct online starter explained direct online starter circuit diagram से संबंधित काफी जानकारी देने की कोशिश की है अगर इसके अलावा आपका कोई भी सवाल या सुझाव हो तो नीचे कमेंट करें और अगर आपको यह जानकारी फायदेमंद लगे तो इसे दूसरों के साथ शेयर जरूर करें.

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