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अर्धचालक किसे कहते हैं और इसके प्रकार

अर्धचालक किसे कहते हैं और इसके प्रकार

What is Semi Conductor In Hindi ? ऐसे पदार्थ जो ना ही तो अच्छे चालक होते हैं और ना ही अच्छे कुचालक, मतलब जिनका प्रतिरोध चालक से ज्यादा होता है और कुचालक से कम होता है ऐसे पदार्थों को अर्धचालक कहा जाता है. कुछ बातें जिनका प्रतिरोध बहुत ज्यादा होता है जैसे कि कार्बन सिलिकॉन और जर्मेनियम इनमें कुछ दूसरे पदार्थों की मात्रा मिला दी जाती है जिससे कि यह अर्धचालक के रूप में काम करने लगते हैं और इन्हें अर्धचालक के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है.

इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स सामान बनाते समय सबसे ज्यादा चालक और कुचालक का इस्तेमाल किया जाता है. और कुछ मात्रा में अर्धचालक का इस्तेमाल किया जाता है. तो ऐसे बहुत सारे कॉन्पोनेंट होते हैं जो कि अर्धचालक से बनाए जाते हैं जिनके बारे में आपको नीचे बताया गया है कि कौन-कौन से अर्धचालक का इस्तेमाल करके कौन-कौन से बिजली के कॉन्पोनेंट बनाए जाते हैं.

अर्धचालकों की विशेषताएं

  • जब तापमान बढ़ता है तो अर्धचालकों कि चालक क्षमता भी बढ़ जाती है.
  • अर्धचालकों में धारा प्रवाह दोनों दिशाओं में आसानी से हो जाती है.
  • अर्धचालकों कि चालक क्षमता को कम या ज्यादा किया जा सकता है
  • डोपिंग करके इससे इलेक्ट्रिकल कॉन्पोनेंट जैसे कि डायोड ट्रांजिस्टर ऐसी इत्यादि बनाए जा सकते हैं.

1.कार्बन (Carbon)

कार्बन का इस्तेमाल बहुत सी चीजों को बनाने के लिए किया जाता है लेकिन बिजली के सामान में भी इसका बहुत ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है इसका प्रतिरोध बहुत ज्यादा होता है और यह काले रंग का होता है लेकिन इसकी एक कमी है कि यह हल्की चोट लगने पर ही टूट जाता है इसका इस्तेमाल DC मोटरों के ब्रुश बनाने के लिए किया जाता है.

2.जर्मन सिल्वर (German Silver)

जर्मन सिल्वर दो धातुओं को मिलाकर बनाई गई धातु है जिसमें 60% तांबा और 30% निकल और 10% जिंक होता है और यह बहुत ही नर्म धातु होती है और इस धातु का प्रयोग करके तारे भी मनाई जाती है और इस धातु का इस्तेमाल पीतल की जगह भी किया जाता है.

3.प्लेटिनोआइड (Platinoid)

यह धातु भी कई धातुओं को मिलाकर बनाई जाती है जिसमें 64% तांबा 15% निकील 20% जिंक और 1% टंगस्टन मिलाया जाता है और यह बहुत ही महंगी धातु होती है और इसका प्रतिरोध भी बहुत ज्यादा होता है इसका इस्तेमाल बहुत कम किया जाता है इसका इस्तेमाल सिर्फ महंगे उपकरणों में ही किया जाता है.

4.केंथल (Kanthal)

यह धातु लोहा क्रोमियम तथा निकिल को मिलाकर बनाई जाती है और इन धातुओं को भी एक विशेष अनुपात अनुसार मिलाया जाता है और इसका गलनांक भी बहुत ज्यादा होता है और यह विद्युत भट्ठी और हीटर के एलिमेंट बनाने के लिए ज्यादा इस्तेमाल की जाती है.

5.मंगानिन (Manganin)

यह धातु भी 3 धातुओं को मिलाकर बनाई जाती है जिसमें 84 प्रतिशत  तांबा होता है 12% मैगनीज होता है और 4% निकल होता है. और इस धातु की भी प्रतिरोधक क्षमता बहुत अधिक होती है और इसका इस्तेमाल तार बनाने के लिए किया जाता है और यह धातु महंगी होने के कारण इसका इस्तेमाल सिर्फ महंगे ही उपकरण बनाने के लिए किया जा सकता है.

Doping किसे कहते है

What is Doping In Hindi ? – अर्धचालकों में उसकी चालक क्षमता को कम या ज्यादा करने के लिए उसमें किसी दूसरी धातुओं को मिलाया जाता है और इसी दूसरी धातुओं को मिलाने की पूरी प्रक्रिया को डोपिंग कहते हैं.किसी भी मटेरियल में दूसरा मटेरियल बनाने के लिए सबसे पहले उसकी एटॉमिक प्रॉपर्टी को देखा जाता है कि वह दोनों मटेरियल आपस में Doped हो सकते हैं या नहीं. अर्धचालक की Doping प्रक्रिया में में जो पदार्थ मिलाया जाता है उसे n-type कहते हैं और वह पदार्थ जिस पदार्थ के अंदर मिलाया जाता है P-type अर्धचालक कहते हैं.

तो ऊपर आपको इस पोस्ट में अर्धचालकों अर्धचालक किसे कहते हैं और इसके प्रकार What is Semi Conductor In Hindi अर्धचालक धातुओं से क्या बनाया जाता है . इलेक्ट्रिकल कॉन्पोनेंट बनाने के लिए कौन-कौन से अर्धचालकों का इस्तेमाल होता है . डायोड रजिस्टर ट्रांजिस्टर कौन सी धातु द्वारा बनते हैं . से संबंधित हमने काफी जानकारी देने की कोशिश की है अगर इसके अलावा आपका कोई भी सवाल या सुझाव हो तो नीचे कमेंट करके जरूर बताएं और अगर आपको यह जानकारी फायदेमंद लगे तो अपने दोस्तों के साथ साथ जरूर शेयर करें.

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12 Comments

  1. बहुत अच्छा लगा, इसमें इनके क्या उपयोग है
    यह जानकारी भी शामिल करें तो और भी अच्छा लगता।
    इतनी जानकारी से भी मैं संतुष्ट हुई।
    “शुक्रिया”

  2. बहुत अच्छा लगा, इसमें इनके क्या उपयोग है
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  3. Sir aapka answer ki language bahut easy h ..Isse smjhn m koi problem nhi hui…..Aise hi bnate rahiye

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