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Electrical Wiring फिटिंग कितने प्रकार की होती है

Electrical Wiring फिटिंग कितने प्रकार की होती है

घरों में बिजली की फिटिंग बहुत पुराने समय से हो रही है अगर आपने कहीं पर अगर बिजली की पुरानी फिटिंग देखिए तो आपने देखा होगा कि वह आज के समय से काफी अलग है. क्योंकि पहले जो बिजली की वायर की फिटिंग की जाती थी. वह अलग तरीके से की जाती थी जिसमें बहुत ज्यादा समय लगता था और वह आज के समय जितनी सुरक्षित भी नहीं होती थी.

इससे पहले वाली पोस्ट में हमने घर में बिजली की पाइप फिटिंग की बात की थी कि घर में हम किस प्रकार बिजली की पाइप फिटिंग कर सकते हैं. घर में बिजली के पाईप फिटिंग करने के 4 तरीके होते हैं. आज के समय का तरीका Conduit  wiring :-  जब हम घर बना रहे होते हैं तब हम बिजली की पाइप को कंक्रीट के अंदर दबा देते हैं जिसे हम Conduit (concealed ) wiring कहते हैं . Concealed wiring meaning in hindi – Concealed का मतलब होता है गुप्त या छुपाया हुआ. इसीलिए इसका नाम Concealed wiring होता है.

दूसरा तरीका होता है जो कि हमें आम घरों में देखने को मिलता है. दीवारों के ऊपर हम पाइप लगाकर फीटिंग करते हैं जो कि बाहर से ही दिखाई देती है. इसे हम Casing and capping wiring कहते है .यह पाइप फिटिंग करना बहुत ही आसान है. लेकिन इन दोनों में से जो Concealed वायरिंग होती है वह ज्यादा बढ़िया होती है इसके ज्यादा फायदे होते हैं .नीचे आपको सभी प्रकार के नाम दिए है.

  1. Cleat wiring
  2. Batten Wiring
  3. Casing and capping wiring
  4. Conduit wiring

1.Cleat wiring

यह तरीका बहुत पुराना तरीका है जिसमें की बिजली की तारों को प्लास्टिक या लकड़ी के ऊपर लगाकर फिट की जाती थी. लेकिन यह बिजली की फिटिंग सिर्फ कुछ समय के लिए ही कर सकते थे. इसे हम हमेशा के लिए नहीं रख सकते थे. क्योंकि इस बिजली की फिटिंग में काफी खतरा होता था इसलिए इसे हम घर पर भी नहीं कर सकते थे.

Cleat wiring के फायदे
  • यह फिटिंग करना बहुत ही आसान और सस्ता था.
  • टेंप्रेरी फिटिंग के लिए यह तरीका बहुत बढ़िया था जहां पर किसी तरह का कोई निर्माण चल रहा हो या फिर कोई आर्मी कैंप.
  • इस फिटिंग में सभी तारे बाहर से दिखाई देती थी इसलिए उसे रिपेयर करना बहुत आसान था.
Cleat wiring के नुकसान
  • यह फिटिंग दिखने में अच्छी नहीं लगती
  • इस फिटिंग को हम परमानेंट नहीं रख सकते क्योंकि यह कुछ दिनों बाद ढीली हो जाती है.
  • जैसा की हमने बताया यह फिटिंग केबल को बाहर रहती है इसलिए उस पर हर तरह के वातावरण का प्रभाव होता है जिससे अगर
  • आपने कम क्वालिटी की वायर लगाई है तो वह बहुत जल्दी खराब हो जाएगी.
  • इस मीटिंग में तारों पर मौसम का बहुत ज्यादा प्रभाव होता है इसलिए इसका टूटने का और इसके जलने का बहुत ज्यादा खतरा होता है.
  • इस फिटिंग को हम सिर्फ 220 से 440 वोल्टेज तक कम तापमान पर इस्तेमाल कर सकते हैं.

2.Batten Wiring

वायरिंग बहुत पुराना तरीका है जिसके अंदर सभी तारों को एक लकड़ी की पट्टी (Batten) के ऊपर लोहे की क्लिप से बांध दिया जाता है और यह कलेक्ट बहुत ज्यादा मात्रा में इस्तेमाल की जाती है ताकि तार कुछ लकड़ी की पट्टी से बिल्कुल अच्छे से बंद हो जाए.यह क्लिप देखने में एक बेल्ट के जैसे होती है. जो जो कि पहले पट्टी के ऊपर लगाई जाती है और फिर पट्टी के ऊपर तारों को बिछाकर इस क्लिप के साथ में अच्छे से बांध दिया जाता है .

Batten Wiring के फायदे
  • इस वायरिंग को करना बहुत साधारण और आसान है.
  • ये वायरिंग का तरीका दूसरी वायरिंग से सस्ता है.
  • यह वायरिंग दिखने में भी काफी बढ़िया लगती है.
  • इस वायरिंग को रिपेयर करना भी आसान है.
Batten Wiring के नुकसान
  • इस वायरिंग को हम घर से बाहर खुले में नहीं कर सकते.
  • यह वायरिंग बाहरी वातावरण से सुरक्षित नहीं होता क्योंकि इस पर मौसम का काफी प्रभाव पड़ता है.
  • इस वायरिंग में ज्यादा Heavy wire को इस्तेमाल नहीं कर सकते.
  • यह वायरिंग सिर्फ 220 Volt के लिए काफी है.

3.Casing and capping wiring

यह वायरिंग बहुत पॉपुलर है. क्योंकि इस वायरिंग फिटिंग को करना बहुत ही आसान है और यह काफी सस्ती भी है. और यह दीवारों के ऊपर की जाती है तो इसे कोई भी बड़ी आसानी से फिट कर सकता है. इस वायरिंग फिटिंग में तारों को plastic casing enclosures के अंदर रखा जाता है. यह एक तरह से ओपन फिटिंग है लेकिन plastic casing enclosures के कारण इसे ऊपर से ढक दिया जाता है जिससे यह दिखने में भी अच्छी लगती है और ज्यादा सुरक्षित रहती है.

जैसा कि आप ऊपर फोटो में देख सकते हैं यह किस तरह से बंद और खुल सकती है. तो पहले इसका एक हिस्सा दीवार के ऊपर फिट किया जाता है और बाद में इसके अंदर तार डालकर इसे ढक दिया जाता है.

Casing Capping Wiring के फायदे
  • यह वायरिंग सिस्टम दूसरी वायरिंग सिस्टम से काफी आसान और सस्ता है.
  • यह वायरिंग सिस्टम काफी मजबूत और ज्यादा समय तक चलने वाला होता है
  • इस वायरिंग में आप बदलाव बहुत ही आसानी से कर सकते हैं.
  • इस पर वातावरण का भी कोई ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ता तो इसे आप बाहर भी कर सकते हैं.
  • इसमें इलेक्ट्रिक शॉक लगने का कोई खतरा नहीं होता क्योंकि यह तारों को अच्छे से ढक देता है
Casing Capping Wiring के नुकसान
  • अगर इसके अंदर तारों में किसी कारण आग लग जाती है तो यह पूरी फिटिंग जल सकती है
  • इस पर केमिकल और हिट का असर होता है. क्योंकि यह प्लास्टिक की बनी होती है
  • इसका रिपेयरिंग का खर्चा ज्यादा होता है और इसमें ज्यादा सामग्री की जरूरत पड़ती है
  • अगर आप लकड़ी की casing & capping का इस्तेमाल करते हैं तो उस पर दीमक लगने का भी खतरा होता है.

4.Conduit Wiring

Conduit Wiring नाली फिटिंग :-यह फिटिंग आज के समय में बहुत ज्यादा प्रसिद्ध है. इस वायरिंग में सभी तारों को एक पाइप के द्वारा फिट किया जाता है. यह वायरिंग मुख्य दो तरह से की जाती है.

  1. Surface Conduit Wiring
  2. Concealed Conduit Wiring

1. Surface Conduit Wiring

Casing Capping Wiring की तरह है यह फिटिंग दीवार और छत के बाहर की तरफ की जाती है. लेकिन इस वायरिंग में पाइप का इस्तेमाल किया जाता है जिससे कि यह और ज्यादा सुरक्षित हो जाती है और और ज्यादा समय तक टिकी रहती है.

2. Concealed Conduit Wiring

Concealed Conduit wiring सिस्टम सबसे बढ़िया वायरिंग का सिस्टम है. इसके लिए आपको पाइप आपकी निर्माण के समय ही कंक्रीट के अंदर दबानी होती है. इसमें छत की जो पाइप होगी आपको सिर्फ वही निर्माण करते समय कंक्रीट के अंदर दबाने की जरूरत है. दीवारों पर जो भी आप पाइप लगाएंगे वह आप बाद में भी दीवार की कटिंग करके उसके अंदर दबा सकते हैं. तो यह सबसे सुरक्षित और सबसे बढ़िया और सबसे ज्यादा चलने वाला वायरिंग सिस्टम है.

Concealed Conduit Wiring कैसे करे

Conduit Wiring Systems के फायदे
  • यह सबसे सुरक्षित वायरिंग सिस्टम है.
  • यह वायरिंग दीवार के अंदर होती है तो इससे कमरे की दिखावट और अच्छी हो जाती है.
  • इससे तारों पर वातावरण का कोई प्रभाव नहीं पड़ता. और ना ही तारों के टूटने का खतरा होता.
  • इसकी रिपेयरिंग और मेंटेनेंस बहुत आसान है.
  • इस वायरिंग सिस्टम का इस्तेमाल कहीं पर भी किया जा सकता है इस पर किसी तरह के केमिकल या वातावरण का प्रभाव नहीं पड़ेगा.
  • अगर इस वायरिंग सिस्टम में धातु की पाइप का इस्तेमाल किया है तो उसे सही तरह से ग्राउंडिंग करने पर किसी तरह के इलेक्ट्रिक शॉक का कोई खतरा नहीं होता.
  • यह वायरिंग सिस्टम लंबे समय तक चलने वाला है .
Conduit Wiring Systems के नुकसान
  • यह वायरिंग सिस्टम दूसरे के मुकाबले बहुत महंगा होता है और अगर इस में धातु की पाइप का इस्तेमाल किया जाए तो यह और भी महंगा हो जाता है.
  • इस वायरिंग सिस्टम में तारों में कोई फॉल्ट आने पर ढूंढने में बहुत दिक्कत होती है.
  • अगर धातु की पाइप की अर्थिंग सही तरीके से ना हो तो इलेक्ट्रिक शॉक का खतरा हो जाता है.

तो यह वायरिंग के सिस्टम है जिसके तहत घर में या कहीं पर भी बिजली की वायरिंग कर सकते हैं. लेकिन इन में से सिर्फ दो ही वायरिंग के सिस्टम आज के समय में इस्तेमाल किए जाते हैं. जिसमें से सबसे ज्यादा Conduit Wiring सिस्टम इस्तेमाल होता है और फिर Casing Capping Wiring सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है. नीचे कमेंट करके जरुर बताएं कि आप कौन से वायरिंग सिस्टम का इस्तेमाल करते हैं या करना चाहते हैं.

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