इंजीनियरिंग के प्रश्न उत्तर

Basic Electrical Questions And Answers In Hindi

Basic Electrical Questions And Answers In Hindi

Electrical Exam की तैयारी करने के लिए उम्मीदवारों को questions and answers की जरूरत पड़ेगी. जिससे कि वह अपनी परीक्षा की तैयारी ज्यादा अच्छे से कर पाए. Electrical Exam की तैयारी करने वाले सभी उम्मीदवारों के लिए इस पोस्ट में basic electrical questions and answers pdf electrical questions and answers free से संबंधित काफी महत्वपूर्ण प्रश्न दिए गए हैं. हमारी वेबसाइट पर आपको अलग-अलग परीक्षाओं के questions and answers दिए गए हैं .जिससे आप अलग-अलग परीक्षाओं की तैयारी कर सकते है.

1.नंगा तांबे का तार (Bare Copper Wire) क्या है?
उत्तर. यह कठोर खींचा गया तांबे का नंगा तार होता है इसे वातावरण के प्रभावो से सुरक्षित रखने के लिए प्राय टिन आलेपित कर दिया जाता है.
2.ए.सी.एस.आर तार (A.C.S.R Wire) क्या है?
उत्तर.एल्युमीनियम कंडक्टर स्टील रीनफोर्स्ड तार स्ट्रैण्डेड रूप में 5-6 एल्युमीनियम के तारों के बीच एक स्टील का तार रखकर बनाया जाता है तांबे के तार महंगे होने के कारण ओवरहैंड लाइंस में आजकल इन्हीं तारों का उपयोग होता है.
3.जी आई तार (G.I. Wire) क्या है?
उत्तर.यद्यपि लोहे का विशिष्ट प्रतिरोध तांबे की अपेक्षा 8 गुना अधिक होता है परंतु सस्ता और मजबूत होने के कारण टेलीफोन लाइन्स और अर्थिंग लाइन में 6 या 8 SWG का जी.आई तार इस्तेमाल किया जाता है.
4.फ्यूज तार (Fuse Wire) क्या है?
उत्तर.वैद्युतिक परिपथों में सुरक्षात्मक युक्ति के रूप में निम्न गलनांक वाली मिश्र धातु का तार फ्यूज तार के रूप में इस्तेमाल किया जाता है इसके अतिरिक्त तांबे एवं एलुमिनियम के तार में भी फ्यूज तार के रूप में इस्तेमाल किए जाते हैं.
5.यूरेका तार (Eureka Wire) क्या है?
उत्तर.60% तांबा तथा 40% निकेल धातु से तैयार की गई मिश्र धातु से बनाया गया नंगा तार यूरेका तार कहलाता है इसका उपयोग प्रतिरोधक तथा रिहोस्टेट आदि बनाने के लिए किया जाता है.
6.नाइक्रोम तार (Nichrome Wire) क्या है?
उत्तर.80% निकेल तथा 20% क्रोमियम धातुओं से तैयार की गई मिश्र धातु से बनाया गया नंगा तार नाइक्रोम तार कहलाता है इसका उपयोग हिटिंग एलिमेंट बनाने के लिए किया जाता है.
7.वी.आई.आर केबल (V.I.R. Cable) क्या है?
उत्तर.टिन आलेपित तांबे के तार पर वल्कैनाइज्ड इंडिया रबर का आवरण उस पर सूती धागे की बुनाई का आवरण उस पर बिटूमन पदार्थ का लेप चढ़ाकर वी.आई.आर केबल तैयार की जाती है इसका उपयोग केसिंग कैपिंग कण्ड्यूट पाइप एवं अस्थाई प्रकार की विद्युत वायरिंग में किया जाता है.
8.सी.टी.एस केबल (C.T.S Cable) क्या है?
उत्तर.टिन आलेपित तांबे के तार पर वल्कैनाइज्ड इंडिया रबर का आवरण और उसके ऊपर कठोर रबर का सुरक्षा आवरण चढ़ाकर कैब टायर शिथ्ड केबल तैयार किया जाता है 1,2 तथा 3 कोर में निर्मित यह केबल ही टी.आर.एस या टफ रबर शिथ्ड केबल भी कहलाता है.
9.पी.वी.सी केबल (P.V.C.Cable)क्या है?
उत्तर.तांबे अथवा एल्युमीनियम के नंगे तारों पर पाली विनायल क्लोराइड आवरण चढाकर यह केबल तैयार किया जाता है PVC नमी,जल,अम्ल, वातावरण परिवर्तनों से अप्रभावित रहने वाला कठोर सिंथेटिक पदार्थों है PVC केबलो को सुरक्षा की आवश्यकता नहीं होती यह 1,2,3 तथा 4 कोर में बनाया जाता है
10. लैड शिथ्ड केबल (Lead Sheathed Cable) क्या है?
उत्तर.टिन आलेपित तांबे के तार पर वल्कैनाइज्ड इंडिया रबर का आवरण और उसके ऊपर सीसा नामक धातु का सुरक्षा आवरण चढ़ाकर लैड शिथ्ड केबल तैयार किया जाता है ये भी एक दो तीन और चार कोर में बनाए जाते हैं.
11.वैदर-प्रूफ केबल(Weather-Proof Cable) क्या है?
उतर.इसमें बिटूमन पदार्थ का लेप करने के स्थान पर इसे वातावरणीय परिवर्तनों को सह सकने वाले द्रव पदार्थ में डुबोकर वैदर-प्रूफ किया जाता है.
12.ट्रोपोड्योर केबल (Tropodyor Cable) क्या है?
उत्तर.यह केबल पी.वी.सी. केबल के ऊपर थर्मोप्लास्टिक कंपाउंड का आवरण चढ़ाकर तैयार किया जाता है यह भी 1,2,3 तथा 4 कोर में बनाया जाता है.
13.फ्लेक्सिबल केबल (Flexible Cable) क्या है?
उत्तर.यह केबल लचीला होता है फ्लेक्सिबल केबल्स के अतिरिक्त अन्य केबल्स में तांबे अथवा एलुमिनियम के एक अथवा कई तार इस्तेमाल किए जाते हैं यह एक भिन्नात्मक संख्या के रूप में व्यक्त किए जाते हैं जिसमें अंश तारों की संख्या हर एक तार का SWG नंबर अथवा उसका व्यास व्यक्त करता है ये सामान्य कॉटन या सिल्क कवर्ड व वर्कशॉप फ्लेक्सिबल कार्ड प्रकार कहते हैं.
14.आर्मर्ड केबल (Armored Cable) क्या है?
उत्तर.ये प्राय 3,या 4 कोर वाले केबल होते हैं उनका उपयोग भूमिगत केबल के रूप में किया जाता है इसलिए इन पर कई प्रकार के अचालको के कई आवरण चढ़ाकरें इन्हें इतना मजबूत बनाया जाता है कि 50-100 वर्षों तक भी विकृत ना हो.
15.निम्न वोल्टेज केबल (Low Voltage Cable) क्या है?
उत्तर.250 वोल्टेज तक की वोल्टेज निम्न श्रेणी की कहलाती है 250 वोल्ट तक घरेलू लाइट एंड फैन तथा पावर लोड के लिए बनाई गई केबल निम्न वोल्टेज केबल कहलाते हैं ये वी.आई.आर ,सी.टी.एस,वैदर-प्रूफ,लैड शिथ्ड,ट्रोपोड्योर तथा फ्लेक्सिबल प्रकार के होते हैं.
16.मध्यम वोल्टेज केबल (Medium Voltage Cable) क्या है?
उत्तर.650 वोल्ट तक की वोल्टेज मध्यम वोल्टेज कहलाती है मध्यम 650 वोल्ट तक घरेलू एवं औद्योगिक पावर लोड के लिए बनाए गए केबल,माध्यम वोल्टेज केबल कहलाते है ये वी.आई.आर ,सी.टी.एस,वैदर-प्रूफ,लैड शिथ्ड,ट्रोपोड्योर तथा फ्लेक्सिबल प्रकार के होते हैं.
17.उच्च वोल्टेज केबल (High Voltage Cable) क्या है?
उत्तर.22000 वोल्ट तक की वोल्टेज उच्च श्रेणी की कहलाती है अंत:22000 वोल्टेज तक विद्युत वितरण प्रणाली में प्रयोग की जाने वाले केबल उच्च वोल्टेज केबल कहलाते हैं यह आर्मर्ड केबल अथवा स्टैंडेड प्रकार के नंगे तार होते है.
18.अति उच्च वोल्टेज केबल (Extra-High Voltage Cable) क्या है?
उत्तर.22000 वोल्ट अर्थात 22 KV से अधिक की वोल्टेज अति उच्च श्रेणी की कहलाती है अंत:22 KV से अधिक वोल्टेज पर इस्तेमाल किए जाने वाले केबल अति उच्च वोल्टेज के केबल कहलाती हैं यह स्टैंडर्ड प्रकार के नंगे तार होते हैं यह प्राय तांबे से बने होते हैं.
19.ट्री प्रणाली (Tree System)क्या है?
उत्तर.इस प्रणाली में किसी वृक्ष की शाखाओं-उप शाखाओं की भांति ही मेन लाइन से अनेक उप परिपथ तैयार किए जाते हैं यह वायरिंग दो प्रकारों जोड़ एवं कनेक्टर विधि द्वारा स्थापित की जा सकती है.
20.डिस्ट्रीब्यूशन बॉक्स प्रणाली (Distribution Box System) क्या है?
उत्तर.इस प्रणाली में मेन लाइन को दो या अधिक डिस्ट्रीब्यूशन बॉक्स में लगाया जाता है और वहां से भिन्न भिन्न शाखाओं में बांटा जाता है इस प्रणाली का मुख्य लाभ यह है कि उप परिपथ में दोष पैदा होने की स्थिति में दूसरा परिपथ चालू रहता है और इस प्रकार दोष अन्वेषण कार्य सरल हो जाता है.
21.अस्थायी वायरिंग (Temporary Wiring) क्या है?
उत्तर.यह वायरिंग अल्पकाल के लिए किसी मेले,प्रदर्शनी,उत्सव आदी में लाइट एंड फैन के लिए स्थापित की जाती है और अस्थायी वायरिंग कहलाती है यह दो प्रकार की होती है.
22.फ्लेक्सिबल केबल वायरिंग (Flexible Cable Wiring) क्या है?
उत्तर.इस वायरिंग में फ्लेक्सिबल अथवा PVC अथवा सी.टी.एस केबल का इस्तेमाल किया जाता है.
23.क्लीट वायरिंग (Cleat Wiring) क्या है?
उत्तर.यह वायरिंग PVC अथवा सी.टी.एस. केबल द्वारा चीनी मिट्टी के क्लीटस की सहायता से दीवारों पर स्थापित की जाती है इसमें तारों को खुला ले जाया जाता है.
24.स्थायी वायरिंग (Permanent Wiring) क्या है?
उत्तर.आवासीय भवनों,कार्यालयों,विद्यालयों,उद्योगशालाओं,भंडारों आदि में दीर्घावधि तक उपयोग किए जाने हेतु स्थापित की गई वायरिंग स्थायी वायरिंग कहलाती है यह वायरिंग निम्न प्रकार की होती है.
25.लकड़ी की केसिंग केपिंग वायरिंग (Wooden Casing Capping Wiring) क्या है?
उत्तर.इस विधि में, टीक की लकड़ी से बनी दूहरी नाली वाली केसिंग जो टीक की लकड़ी से बनी केपिंग द्वारा ढक दी जाती है मे इंसुलेटेड केबल्स स्थापित की जाती है.
26.P.V.C. केसिंग केपिंग वायरिंग (P.V.C. Casing Capping Wiring) क्या है?
उत्तर.इसमें P.V.C. से बनी केसिंग इकहरी नाली वाली होती है और इसकी चौड़ाई इस में स्थापित की जाने वाली PVC केबल्स की संख्या पर निर्भर करती है जैसे 12,19,25, तथा 30 मिमी आदि
27.बैटन वायरिंग (Batten Wiring) क्या है?
उत्तर.यह वायरिंग लकड़ी के बैटन पर स्थापित की जाती है इसे बैटन वायरिंग कहते हैं इसी को सी.टी.एस./ टी.आर.एस. वायरिंग भी कहते हैं.
28.लैड शिथ्ड वायरिंग (Lead Sheathed Wiring) क्या है?
उत्तर.यह वायरिंग बैटन वायरिंग की भांति हि स्थापित की जाती है अंतर केवल यह है कि इसमें सी.टी.एस./टी.आर.एस./पी.वी.सी. केबल के स्थान पर लैड कवर्ड,पी.वी.सी. केबल इस्तेमाल की जाता है लैड कवरिंग केबल की सुरक्षा के साथ-साथ अर्थिंग लाइन का कार्य भी करती है.
29.कन्ड्यूट पाइप वायरिंग (Conduit Pipe Wiring) क्या है?
उत्तर.इस वायरिंग विधि में केबल्स को कन्ड्यूट पाइप के अंदर स्थापित किया जाता है कन्ड्यूट पाइप अनेक प्रकार की होती है जैसे-आयरन कन्ड्यूट पाइप,पी.वी.सी. कन्ड्यूट पाइप आदि तथा फ्लेक्सिबल पी.वी.सी. कन्ड्यूट पाइप इनका आंतरिक व्यास 16 से 65 मिमी तक होता है.
30.सतही कन्ड्यूट पाइप वायरिंग (Surface Conduit Pipe Wiring) क्या है?
उत्तर.यह वायरिंग सभी प्रकार की उद्योगशालाओ गोदाम आदि में लाइट एंड फैन तथा पावर दोनों प्रकार के कार्यों के लिए स्थापित की जाती है इस वायरिंग में आवश्यकतानुसार हल्के तथा भारी गेज का आयरन कन्ड्यूट पाइप अथवा P.V.C. पाइप इस्तेमाल किया जाता है.
31.भूमिगत कन्ड्यूट पाइप वायरिंग (Underground Conduit Pipe Wiring) क्या है?
उत्तर.यह वायरिंग प्राय भवन निर्माण के समय ही स्थापित की जाती है भवनों में प्लास्टरिंग से पूर्व दीवारों व छतों में खांचे बनाकर 60 सेमी लंबे हुको की सहायता से कन्ड्यूट पाइप जंक्शन बॉक्स इंस्पेक्शन एल्बो एवं टी आदि स्थापित कर दिए जाते हैं प्लास्टिक के पाइप वायरिंग का शेष कार्य पूर्ण किया जाता है इस प्रकार की वायरिंग को कन्सील्ड या डक्ट वायरिंग भी कहते हैं.
32.बस बार वायरिंग (Bus Bar Wiring) क्या है
उत्तर.यह वायरिंग ऐसे उद्यमों में स्थापित की जाती है जिनमें काफी संख्या में मशीनों को विद्युत शक्ति प्रदान करनी हो इसमें तांबे की चपटी पत्तियों को अचालकों पर दीवारों पर लगाए गए ब्रैकिट्स की सहायता से स्थापित किया जाता है ये चपटी पत्तियां ही बस बार कहलाती है
33.इलेक्ट्रोड (Electrodes) क्या है?
उत्तर. इलेक्ट्रोलाइट में से विद्युत धारा प्रवाहित करने के लिए दो धात्विक छड़ो की आवश्यकता होती है जिन्हें इलेक्ट्रोड कहते हैं इनमें से जिस धात्विक छड़/प्लेट के माध्यम से विधुत धारा बिलियन से बाहर निकलती है उसे एनोड जबकि जिस धात्विक छड़/प्लेट के माध्यम से विद्युत धारा विलियन में प्रवेश करती है उसे कैथोड कहते हैं.
34.वैद्युतिक अपघटन (Electrolysis)क्या होता है?
उत्तर. जब किसी इलेक्ट्रोलाइट पदार्थ को जल आदि विलायक पदार्थ में घोला जाता है तो वह आयंस में विभक्त हो जाता है इनमें एक प्रकार के आयंस धन होते हैं और दूसरे प्रकार के आयंस ऋण होते हैं.
35.वोल्टमीटर (Voltmeter) क्या है?
उत्तर.जिस पात्र मे वैद्युतिक अपघटन क्रिया संपन्न की जाती है उसे वोल्टमीटर कहते हैं यह पात्र प्राय: कांच का जार या चीनी मिट्टी का बड़ा टैंक होता है.
36.आयनीकरण (Ionization)क्या होता है?
उत्तर.इलेक्ट्रोलाइट पदार्थ को जल आदि विलयक में घोलने पर वह धन तथा ऋण अवयवों में विभक्त हो जाता है जो मूलक या आयन्स कहलाते हैं और यह प्रक्रिया आयनीकरण कहलाती है.
37.प्राथमिक सैल (Primary Cell) क्या होते हैं?
उत्तर. जिन सैलो में रासायनिक क्रियाओं के फलस्वरुप विद्युत वाहक बल विकसित होता है वे प्राथमिक सैल कहलाते हैं.
38.द्वितीयक सैल (Secondary Cell) क्या होते हैं?
उत्तर.जिन सैलों में वैद्युतिक ऊर्जा को रासायनिक क्रियाओं के रूप में एकत्र करके पुन: रासायनिक प्रतिक्रियाओ के द्वारा विद्युत वाहक बल पैदा किया जाता है वे द्वितीयक सैल कहलाते हैं.
39.वोल्टैइक सैल (Voltaic Cell) क्या होते हैं?
उत्तर.सन् 1800 के लगभग सर्वप्रथम वोल्टता नामक वैज्ञानिक ने रासायनिक क्रियाओं के द्वारा विद्युत वाहक बल पैदा करने में सफलता प्राप्त की वोल्टता द्वारा बनाए गए प्राथमिक सेल को वोल्टेइक सेल कहा गया इसमें कांच के पात्र में तनु गंधक का अम्ल इलेक्ट्रोलाइट के रूप में तथा तांबे की छड़ एनोड एवं जस्ते की सड़क कैथोड के रूप में इस्तेमाल की जाती है.
40.डेनियल सैल (Daniel Shel) क्या होता हैं?
उत्तर.सन् 1836 में प्रो.डेनियल ने प्रयोगशाला में इस्तेमाल किए जा सकने वाले प्राथमिक सैल का निर्माण किया वैज्ञानिक प्रो. डेनियल के नाम पर इस सैल का नाम डेनियल सेल रखा गया है इस में एनोड के रूप में तांबे का एक बेलनाकार पात्र इस्तेमाल किया जाता है बर्तन में ऊपर की ओर तांबे का छिद्र युक्त छज्जा बना होता है जिसमें कॉपर सल्फेट के ठोस रवे भरे जाते हैं इस सैल में कॉपर सल्फेट का घोल इलेक्ट्रोलाइट के रूप में इस्तेमाल किया जाता है.
41.लैकलांची सैल (Leclanche Cell) क्या होता हैं?
उत्तर.वोल्टैइक तथा डेनियल सैलो में गंधक का अम्ल इस्तेमाल किया जाता है परंतु लैकलांची ने अम्ल रहित प्रकार के प्राथमिक सैल का निर्माण किया इसमें कांच के बेलनाकार पात्र में अमोनियम क्लोराइड का घोल भरा जाता है जो इलेक्ट्रोलाइट का कार्य करता है पात्र के बीच में एक लंबे बेलनाकार सरंध्र-पात्र में मैंगनीज डाइऑक्साइड चूर्ण भरा जाता है और उसके बीच में एक कार्बन की छड़ स्थापित की जाती है कार्बन की छड़ एनोड का कार्य करती है और मैग्नीज डाइऑक्साइड विध्रुवका कार्य करता है.
42.शुष्क सैल (Dry Cell) क्या होता हैं?
उत्तर.लैकलांची प्राथमिक सैल का संशोधित रूप है-शुष्क सैल इसमें जस्ते का एक बेलनाकार पात्र होता है जो कैथोड का कार्य भी करता है पात्र के ठीक मध्य में एक कार्बन की छड़ स्थापित की जाती है जो एनोड का कार्य करती है इस छड के चारों ओर एक मोटे कपड़े की थैली में मैंगनीज डाइऑक्साइड कार्बन अमोनियम क्लोराइड तथा जिंक क्लोराइड के चूर्णो को 10 : 10 : 2 : 1 में मिलाकर भरा जाता है यह मिश्रण विध्रुवक का कार्य करता है इस थैली के चारों और अमोनियम क्लोराइड जिंक क्लोराइड तथा प्लास्टर ऑफ पेरिस की लुगदी भरी जाती है जो इलेक्ट्रोलाइट कार्य करती है.
43.मरकरी सैल (Mercury Sale) क्या होता हैं?
उत्तर.प्राथमिक सैल में निकिल आलेपित स्टील अथवा स्टेन लैस स्टील का एक बेलनाकार पात्र होता है जो एनोड का कार्य करता है सैल की तली में मरक्यूरीक ऑक्साइड चूर्ण की एक परत होती है जो विध्रुवक और एनोड की भांति कार्य करती है इस परत के ऊपर एक सरंध्र पृथक्कारी परत होती है जिससे कि ऊपर पोटेशियम हाइड्रोक्साइड की लुगदी अवशोषक पदार्थ से बने पैड्स में भरी जाती है यह इलेक्ट्रोलाइट का कार्य करती हैं इलेक्ट्रोलाइट परत के ऊपर शुद्ध जस्ता चूर्ण का कैथोड बनाया जाता है.
44.लैड एसिड सेल (Lead Acid Cell) क्या होता हैं?
उत्तर. लैड एसिड द्वितीयक सैल कठोर रबड़ के पात्र में बनाया जाता है इसमें धन तथा ऋण प्लेटों के दो समूह होते हैं धन प्लेटो की ऋण प्लेटो की संख्या से एक कम होती है प्लेटो की कुल संख्या 11,13,17,23,25 आदि होती है प्रत्येक धन प्लेट दोनों ओर से कार्य कर सकें इसलिए ऋण प्लेटो की संख्या 1 से अधिक रखी जाती है.
45.निकिल आयरन सैल (Nickel Iron Salon) क्या होता हैं?
उत्तर.लैड एसिड सेल काफी बड़े आकार के होने के कारण निकिल आयरन द्वितीयक सैल ने इनका स्थान ले लिया है जिन्हें एडिसन सैल भी कहते हैं एक स्टील के पात्र में निकिल आलेपित स्टील की बेलनाकार धन प्लेटे होती है यह प्लेटे निकिल आलेपित स्टील रिबन को नली के रूप में लपेटकर बनाई जाती है इन प्लेटो में निकिल हाइड्रेट की लुगदी भरी जाती है.
46.निकिल कैडमियम सैल (Nickel Cadmium Salon) क्या हैं?
उत्तर.निकिल कैडमियम द्वितीयक सैल की संरचना निकिल आयरन सैल के समान होती है अंतर केवल यह होता है कि इनमें धन प्लेटें निकिल की तथा ऋण प्लेटे कैडमियम धातु से बनाई जाती है आयरन के स्थान पर कैडमियम धातु की प्लेट इस्तेमाल करने का लाभ यह होता है कि सेल का आंतरिक प्रतिरोध घट जाता है.
47.बैटरी (Battery) क्या हैं?
उत्तर.सैलों के समूह को बैटरी कहते हैं एक से अधिक सैलों को श्रेणीक्रम समांतर क्रम या मिश्रित क्रम में संयोजित करना उनका समूहन कहलाता है.
48.थर्मो-कपल यंत्र (Thermo Couple Instrument) क्या है?
उत्तर.यदि दो भिन्न धातुओ की छड़ों के गर्म तथा ठंडे सिरों के बीच कुछ तापांतर पैदा कर दिया जाए तो उन छड़ो के मध्य एक विद्युत वाहक बल विकसित हो जाता है यह प्रभाव पिजो-इलेक्ट्रिक प्रभाव (Piezo-Electric Effect) कहलाता है और इस प्रकार उत्पन्न विद्युत वाहक बल जो पिजो-विद्युत वाहक बल (Piezo EMF) कहलाता है दो विभिन्न धातुओं की यह युक्ति थर्मो कपल कहलाती है इस प्रभाव की खोज सीबैक नामक वैज्ञानिक ने की थी.

इस यंत्र में मुख्यत: दो विभिन्न धातुओं की छडे;जैसे-कॉन्स्टेन्टेन एंव लौह होती है जिनके एक और के सिरे आपस में जोड़ दिए जाते हैं और दूसरी और सिरों को ठंडा रखने के लिए उन्हें पीतल या तांबे से बने ठोस संयोजकों से संयोजित कर दिया जाता है इन्हीं संयोजकों से एक मूविंग क्वायल मिलीअमीटर को संयोजित कर दिया जाता है धातु छडो के जोड़ को विधुत धारा जनित उष्मा से गर्म करने के लिए एक हीटिंग एलिमेंट (Heating Element) इस्तेमाल किया जाता है.

49.टैकोमीटर (Tachometer) क्या है?
उत्तर.जो मापक यंत्र वैद्युतिक मोटर की घूर्णीय गति अथवा वाहन की घूर्णीय गति मापता है वह टैकोमीटर कहलाता है वैद्युतिक मोटर्स की गति चक्र प्रति मिनट में तथा वाहनों की गति किलोमीटर्स प्रति घंटा में व्यक्त की जाती है ये यंत्र मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं यांत्रिक एवं वैद्युतिक
50. ओह्ममीटर (Ohmeter) क्या है?
उत्तर.ओह्ममीटर मे मुख्यत: एक माइक्रो-अमीटर बैटरी विद्युत धारा नियंत्रक प्रतिरोधक शून्य समायोजक प्रतिरोधक तथा प्रोब्स होती है ये यंत्र दो प्रकार के होते हैं एक श्रेणी प्रकार के तथा दूसरा शंट प्रकार के. श्रेणी प्रकार के यंत्र में अज्ञात प्रतिरोधक को बैटरी तथा माइक्रोअमीटर के साथ श्रेणीक्रम में संयोजित किया जाता है इसका इस्तेमाल मध्यम तथा उच्च प्रतिरोध मान मापन के लिए किया जाता है शंट प्रकार के यंत्र में अज्ञात प्रतिरोधक को माइक्रोअमीटर के साथ समानन्तर क्रम में संयोजित किया जाता है इसका इस्तेमाल निम्न तथा मध्य प्रतिरोध मान मापन के लिए किया जाता है.
51.फ्लेमिंग का दायाँ हस्त नियम (Fleming’s Right Hand Rule) क्या है?
उत्तर.यदि दाएं हाथ की प्रथम दो उंगुलियों तथा अंगूठे को परस्पर समकोण बनाते हुए इस प्रकार फैलाया जाए कि अंगूठा चालक की गति दिशा एवं पहली उंगुली चुंबकीय क्षेत्र की दिशा को इंगित करें तो बीच की उंगुली उस चालक में प्रेरित विद्युत वाहक बल की दिशा को इंगित करेगी इस नियम का इस्तेमाल जनित्र के लिए करते हैं
52.फ्लेमिंग का बायाँ हस्त नियम (Fleming’s Left Hand Rule) क्या है?
उत्तर.यदि बायाँ हाथ की प्रथम दो उंगुलियों तथा अंगूठे को परस्पर समकोण बनाते हुए इस प्रकार फैलाया जाए की पहली उंगुली चुंबकीय क्षेत्र की दिशा और बीच कि दूसरी उंगुली चालक विद्युत धारा प्रवाह की दिशा को इंगित करें तो अंगूठा चालक की घुमाव दिशा को इंगित करेगा इस नियम का इस्तेमाल मोटर के लिए करते हैं.
53.बंद परिपथ (Closed Circuit) क्या होता है ?
उत्तर.जिस परिपथ में उपभोक्ता युक्ति में से विद्युत धारा प्रवाहित हो रही हो वह बंद परिपथ कहलाता है जैसे जलते हुए बल्ब का परिपथ इस परिपथ में स्विच ऑन होता है फ्यूज लगा होता है और स्त्रोत से विधुत धारा चलकर,उपभोक्ता युक्ति में से प्रवाहित होती हुई वापस स्त्रोत तक अपना मार्ग पूर्ण करती है
54.खुला परिपथ (Open Circuit) क्या होता है?
उत्तर. जिस परिपथ में विद्युत धारा प्रवाहित न हो रही हो उसका प्रतिरोध अनंत हो वह खुला परिपथ कहलाता है लोड रही थी जनित्र का परिपथ खुला परिपथ होता है इस प्रकार स्विचरहित एवं लोड रहित सॉकेट का परिपथ खुला परिपथ होता है खुले परिपथ के संयोजक सिरों पर विद्युत वाहक बल तो विद्यमान होता है परंतु परिपथ खुला होने के कारण विद्युत धारा प्रवाह का मान शून्य होता है
55.शॉर्ट परिपथ (Short Circuit) क्या होता है?
उत्तर.यदि किसी परिपथ में फेज तार न्यूटन अथवा अर्थ तार के संपर्क में आ जाए तो परिपथ का फ्यूज उड़ जाता है और उस में विद्युत धारा प्रवाह समाप्त हो जाता है ऐसा परिपथ शार्ट परिपथ कहलाता है.
56.लीकेज परिपथ (Leakage Circuit) क्या होता है?
उत्तर.यदि किसी परिपथ में फेज तार पर उपकरण की बाड़ी,नम दीवार कण्ड्यूट पाइप अर्थ लाइन अथवा न्यूटल लाइन को स्पर्श करने लगे और विद्युत धारा का कुछ अंश उपभोक्ता युक्ति में न पहुंच पाता हो तो ऐसी परिपथ लीकेज परिपथ कहलाता है
57.प्रतिरोधक (Resistor) क्या होता है?
उत्तर.प्रत्येक पदार्थ स्वभावत: विधुत धारा प्रवाह का विरोध करता है जब किसी पदार्थ के टुकड़े अथवा उससे बने तार के एक अंश को एक निश्चित प्रतिरोध मान प्रस्तुत करने वाले पुर्जे या अवयव का रूप दे दिया जाता है तो वह प्रतिरोधक कहलाता है.
58.इंडक्टर या चोक (Indoctor Or Choke) क्या होता है?
उत्तर.प्रत्येक प्रत्यावर्ती विद्युत धारावाहि चालक में इन्डक्टैन्स विद्यमान होता है परंतु जब चालक तार को कुंडली के रूप में लपेटकर एक नियत मांग को मान का इन्डक्टैन्स प्रस्तुत करने के लिए एक पुर्जे का रूप प्रदान कर दिया जाता है तो वह इंडक्टर या चौक कहलाता है
59.वायु क्रोडयुक्त (Air Cored) क्या होता है?
उत्तर.इस प्रकार की चोक में कोई क्रोड इस्तेमाल नहीं की जाती और वह केवल एक कुंडली के रूप में होती है इसका उपयोग इलेक्ट्रॉनिक परिपथों में किया जाता है
60.फेराइट क्रोडयुक्त (Ferrite Cored) क्या होता है?
उत्तर.इस प्रकार की चौक में लोह एवं कार्बन चूर्ण से निर्मित क्रोड प्रयोग की जाती है इस क्रोड के द्वारा चौक के इन्डक्टैन्स मान को कुछ सीमा तक परिवर्तित किया जा सकता है इसका उपयोग रेडियो रिसीवर्स तथा ट्रांसमीटर्स में किया जाता है.
61.लोह क्रोडयुक्त (Iron Cored) क्या होता है?
उत्तर.इस प्रकार की चोक में नर्म लोह क्रोड इस्तेमाल की जाती है जिनके इस्तेमाल से चोक का इन्डक्टैन्स मान बढ़ जाता है इसका उपयोग फ्लोरोसेंट ट्यूब तथा सोडियम लैंप के परिपथ में इंपीडेंस को बढ़ाकर उच्च वोल्टता पैदा करने के लिए किया जाता है इसके अतिरिक्त लोह क्रोडयुक्त चोक का उपयोग रेक्टिफायर्स के फिल्टर परिपथो में रेक्टिफाइड ए.सी के पल्सेश्न्स को दूर करने के लिए भी किया जाता है
62.संधारित्र या कंडेनसर (Capacitor Or Condensor) क्या होता है?
उत्तर.किसी चालक पदार्थ से पृथक की गई 2 चालक प्लेटों से निर्मित ए.सी. युक्ति जो वैद्युतिक आवेश एकत्रित कर सके संधारित्र या कंडेनसर कहलाती है इसका मान फैरड में दिया जाता है
फैरड एक बड़ा मात्रक है अतः व्यवहार में इसके छोटे मात्रक माइक्रो फैरड,नैनो फेवरेट तथा पिको फेरड इस्तेमाल किए जाते हैं
63. ओम का नियम (Ohm’s Law) क्या होता है?
उत्तर.वैज्ञानिक G.S.M Ohm ने D.C परिपथो में विद्युत धारा विभवांतर तथा प्रतिरोध के संबंध में एक नियम स्थापित किया था जो ओम का नियम कहलाता है इस नियम के अनुसार नियत तापमान तथा नियत भौतिक परिस्थितियों में किसी बंद विद्युत D.C परिपथ में किसी प्रतिरोधक के सिरों पर पैदा होने वाला विभवांतर उस प्रतिरोधक में से प्रभावित होने वाली विद्युत धारा मान की अनुक्रमानुपाती होता है.

इस पोस्ट में आपको इलेक्ट्रिकल ज्ञान इलेक्ट्रिकल ज्ञान pdf इलेक्ट्रिकल क्या है इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग in hindi इलेक्ट्रिकल सूत्र इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग बुक पीडीएफ से संबंधित फ्री ऑनलाइन टेस्ट दिया गया है. यहां पर दिए गए महत्वपूर्ण Questions पहले परीक्षाओं में पूछे जा चुके हैं और आगे आने वाली परीक्षाओं में भी इनमें से काफी प्रश्न पूछे जा सकते हैं. तो इन्हें ध्यानपूर्वक पढ़ें. अगर इनके बारे में आपका कोई भी सवाल या सुझाव हो तो नीचे कमेंट करके पूछो और अगर आपको यह टेस्ट फायदेमंद लगे तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें.

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