रेफ्रिजरेशन और एयर कंडीशनिंग मैकेनिक कैसे बने

रेफ्रिजरेशन और एयर कंडीशनिंग का  इतिहास

रेफ्रिजरेशन आसपास के तापमान को ठंडा करने का काम करती है .इसका काम किसी भी वस्तु या स्थान को उसके आवश्यक तापमान ठंडा करना होता है .यह खराब होने वाले खाध पदार्थो को कम तापमान पर सुरक्षित रखता है .पहले लोग अपना भोजन पहाड़ो से नीचे लाई गई बर्फ से ठंडा करते थे .पुराने दिनों लोग बर्फ और पानी ठंडा के लिए तरसते थे .रेफ्रिजरेशन आने के बाद अब यह सुविधा उपलब्ध हो गई है .रेफ्रिजरेशन से अब यह बर्फ ,ठंडे पानी और ताजा फल व सब्जियां उपलब्ध हो जाती है.एयर कंडीशनिंग का काम होता है गर्म हवा को ठंडा करना .लोग ठंडक पाने के लिए ज्यादा से ज्यादा एयर कंडीशन का इस्तेमाल कर रहे हैं आज बड़े-बड़े शहरों के अंदर पोलूशन के कारण गर्मी इतनी ज्यादा बढ़ गई है  की छोटी बड़ी दुकानों घरों और बड़ी बड़ी बिल्डिंग के अंदर बहुत सारे एयर कंडीशन लगे मिलेंगे एयर कंडीशनिंग एक सीमित स्थान से गर्मी को हटाने की प्रक्रिया है.यह गर्मियों के दिन मानव के लिए आराम की जरूरते को पूरा करती है .

अब रेफ्रिजरेशन और एयर कंडीशनिंग मानव जीवन के लिए बहुत आवश्यक है .रेफ्रिजरेशन और एयर कंडीशनिंग यह मानव के भोजन और आराम की जरूरते पूरा करने के लिए विकसित हुआ है .जानकारी के अनुसार सबसे पहला रेफ्रिजरेशन (Artificial) का प्रदर्शन विलियिम कलन ने ग्लासगो विश्वविधालय में 1748 में दिया .पहली रेफ्रिजरेशन मशीन का डिज़ाइन अमेरिका आविष्कारक ओलिवर इवांस ने 1805 में किया .ओलिवर इवांस के डिजाइन पर आधारित रेफिजरेटर एक अमेरिकी चिकित्सक जॉन गोरी ने 1844 में बनाया इसका प्रयोग उसने अपने पीले बुखार से पीड़ित मरीजों के लिए ठंडी हवा करने के लिए बर्फ बनाने में किया.एयर कंडीशनिंग की शुरुआत हुई सन ,1902 में, न्यूयॉ्क में बफेलो, में विलिस कैरियर द्वारा पहली आधुनिक विद्युत एयर कंडीशन का आविष्कार किया और सन , 1906 में, स्टुअर्ट डब्ल्यू क्रैमर ऑफ चार्लोट ने अपने कपड़े मिल में हवा में नमी को कम करने के तरीके की खोज की थी जिसे क्रेमर ने “एयर कंडीशनिंग” शब्द का प्रयोग किया और उन्होंने इसे पेटेंट करवा लिया .इसके तुरंत बाद, सन , 1914 में चार्ल्स गेट्स ने मिनीएपोलिस में एयर कंडीशनिंग का पहला निजी घर बनाया गया था.

रेफ्रिजरेटर और एयर कंडीशनिंग मैकेनिक कैसे बने

Refrigerator or air conditioner mechanic Kaise bane रेफ्रिजरेटर और एयर कंडीशनर मैकेनिक बनने के लिए पहले आपको रेफ्रिजरेटर और एयर कंडीशनर इंजीनियरिंग शाखा से डिप्लोमा या डिग्री करनी पड़ेगी और फिर रेफ्रिजरेटर और एयर कंडीशनर इंजीनियर से संबंधित जॉब/नौकरी करनी पड़ेगी. तभी आप एक रेफ्रिजरेटर और एयर कंडीशनर इंजीनियर बन पाएंगे. रेफ्रिजरेटर और एयर कंडीशनर इंजीनियरिंग आप 10 वीं कक्षा के बाद में भी कर सकते हैं और बारहवीं कक्षा के बाद में भी कर सकते हैं अगर आप 10वीं कक्षा के बाद में करना चाहते हैं तो आपको डिप्लोमा करना होगा किसी भी आईटीआई इंस्टिट्यूट से आप रेफ्रिजरेटर और एयर कंडीशनर इंजीनियरिंग शाखा से 1 साल का डिप्लोमा करके आप रेफ्रिजरेटर और एयर कंडीशनर इंजीनियर की नौकरी पा सकते हैं

रेफ्रिजरेटर और एयर कंडीशनर मैकेनिक के बाद जॉब

रेफ्रिजरेटर और एयर कंडीशनर इंजीनियरिंग से पढ़ाई करके आप नौकरी करना चाहते हैं तो आपके सामने बहुत सारे विकल्प है या बहुत सारे क्षेत्र है जहां पर आप एक रेफ्रिजरेटर और एयर कंडीशनर इंजीनियर के रुप में नौकरी कर सकते हैं. आज एयर कंडीशनर और रेफ्रिजरेटर मानव जीवन के लिए बहुत आवश्यक हो गए हैं.जिस भी व्यक्ति को इसका डिप्लोमा किया है वह कहीं भी कंपनी में जाकर इसके लिए काम कर सकता  है और वह खुद की दुकान करके इसका काम कर सकता है .क्योंकि आज के जीवन में रेफ्रिजरेटर और एयर कंडीशन का बहुत उपयोग हो रहा है. नीचे आपको उन सभी विभागों और पदों के नाम दिए गए हैं जहां पर आप रेफ्रिजरेटर और एयर कंडीशनर इंजीनियरिंग करके नौकरी कर सकते हैं.

  • परिवहन रेफ्रिजरेटर
  • विमान एयर कंडीशनिंग
  • ऑटोमोबाइल एयर कंडीशनर
  • केंद्रीय एयर कंडीशनर
  • रेलवे एयर कंडीशनर
  • शिप रेफ्रिजरेटर और एयर कंडीशनिंग
  • आइस प्लांट
  • शीत भंडार
  • आइस कैंडी प्लांट
  • वाटर कूलर
  • डीप फ्रीजर
  • रेफ्रिजरेटर
  • वाक इन कूलर
  • पैकेज एयर कंडीशनर
  • सिप्ल्ट एयर कंडीशनर

रोजगार के अवसर

जिस भी व्यक्ति को रेफ्रिजरेटर और एयर कंडीशनिंग का काम आता है उसके लिए बहुत से रोजगार के अवसर इंतजार कर रहे हैं क्योंकि  आज घरों ,स्कूल ,अस्पतालों दफ़्तरों और कारखानों में एयर कंडीशनर स्थापित करने की बहुत मांग है.इसलिए इसकी मकैनिको के लिए रोजगार  के अवसर बढ़ते जा रहे है .इसलिए जिन लोगों को रेफ्रिजरेटर और एयर  कंडीशनिंग का काम  कौशल रुप से सीखा हुआ है वह अपना व्यवसाय खुद भी शुरू कर सकते हैं.

सामान्य सुरक्षा सावधानियां

काम करने की जगह पर काम करते समय या मरम्मत का काम करते हुए व्यक्ति के लिए सुरक्षा सावधानी का पालन करना बहुत महत्वपूर्ण है.इसलिए जो लोग काम करते हैं उसे काम करने वाली जगह पर सुरक्षा  व सावधानी रखना बहुत आवश्यक है. इसलिए काम करने वाले को सावधानी रखने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुरक्षा नियम नीचे दिए गए.

  • काम करते हुए मशीनरी के आसपास ढीले कपड़े न पहने .
  • जो काम आप कर रहे हो तो उसके अनुसार जो उसका सुरक्षा उपकरण है उसे पहनें .
  • कभी भी किसी दूसरे व्यक्ति का ध्यान विचलित न करें क्योंकि ऐसा करने से उसे चोट लग सकती है.
  • मशीन की सफाई या मरम्मत करने से पहले या इसे छोड़ने से पहले से बंद कर दे.
  • काम करने वाली जगह को साफ रखें.
  • आग निर्णायक तक पहुंचने का रास्ता ब्लॉक न करे .
  • कम्प्रेसड हवा का प्रयोग केवल उसी काम के लिए करें जिसके लिए यह है.
  • काम करने वाली जगह पर ने दोड़े और न ही ऊधम मचाएँ .
  • किसी भी असुरक्षित क्रिया या हालात की सूचना अपने सुपरवाइजर को दे.
  • लोडू को उठाते समय – पीठ की मांसपेशियों का नहीं बल्कि टांगों की मांसपेशियों का इस्तेमाल करें.
  • मशीन गार्ड उनके सही स्थानों पर रखें.
  • यदि कोई तरल , तेल या ग्रीस गिर गई है तो उसे तुरंत साफ करें.
  • इलेक्ट्रिकल कंट्रोल और स्विच के साथ छेड़छाड़ ना करें.
  • कचरा उचित कंटेनर में रखें.

इस पोस्ट में आपको रेफ्रिजरेशन और एयर कंडीशनिंग मैकेनिक कैसे बने के बारे में पूरी जानकारी दी गयी है अगर इसके बारे में कोई भी सवाल या सुझाव होतो नीचे कमेंट करके पूछे .

19 thoughts on “रेफ्रिजरेशन और एयर कंडीशनिंग मैकेनिक कैसे बने”

    1. फ्रिज और ac के अलावा किस किस आइटम को बनाते या मरम्मत कटे है।

    1. फ्रिज और ac के अलावा किस किस आइटम को बनाते या मरम्मत कटे है।

  1. क्या इसके अंतर्गत – कूलर , वाशिंग मशीन , ब मोटर भी आती है।

  2. क्या इसके अंतर्गत – कूलर , वाशिंग मशीन , ब मोटर भी आती है।

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